मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नये भवन व स्मार्ट रूम के लोकार्पण किया

हरिद्वार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, हरिद्वार में नवनिर्मित भवन व स्मार्ट रूम का लोकापर्ण किया तथा प्रतिभावान विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को सम्मानित एवं प्रोत्साहित किया। समारोह का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा प्रान्त प्रचारक डॉ शैलेन्द्र जी द्वारा संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नये भवन व स्मार्ट रूम के लोकापर्ण होने पर सभी छात्र एवं छात्राओं को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने अपने सम्बेधन में कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात हमारा देश जब अपने पैरो पर खड़ा होने का प्रयास कर रहा था उस समय हमारे देश में शिक्षा संस्थानो, विद्यालयों की बहुत कमी थी।

उस काल खंड में राष्ट्र निर्माण की भावना को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संध के महत्वपूर्ण आनुषंगिक संगठन के रूप में विद्या भारती अखिल शिक्षा संस्थान ने सरस्वती शिशु मंदिर के रूप में जो पौधा रोपित किया था, वह आज विशाल वट वृक्ष बनकर खड़ा हो गया है और देश के कोने-कोने में हमारे नौनिहालों को शिक्षित और संस्कारवान बनाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि विद्या भारती द्वारा सम्पूर्ण भारत में 12 हजार से अधिक विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें लगभग 35 लाख से अधिक छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, इतना ही नहीं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी विद्या भारती द्वारा 50 से भी अधिक महाविद्यालय के साथ साथ एक विश्व विद्यालय का संचालन भी किया जा रहा है, इन विद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा देने के साथ ही उनमें राष्ट्रसेवा, नैतिकता, संस्कृति संरक्षण, प्राकृतिक संरक्षण और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में वर्तमान में विद्या भारती का एक बड़ा नेटवर्क है, चाहे किसी भी क्षेत्र में चले जाए, चाहे वह माणा हो या सीमांत क्षेत्र धारचूला हो किसी भी क्षेत्र में चले जाए शिशु मंदिर और विद्या मंदिर अवश्य मिल जाऐगे।उन्होंने कहा कि वर्तमान में विद्या भारती द्वारा 500 से अधिक विद्यालय प्रदेश के अंदर संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें एक लाख से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों की गलत धारणा होती है कि विद्या भारती के विद्यालय आधुनिक नहीं होते परंतु आज इस विद्यालय मे 04 स्मार्ट क्लासेज का लोकापर्ण होना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि विद्या भारती के स्कूल किसी भी आधुनिक स्कूल से पीछे नहीं हैं, उनमें भी सभी प्रकार की सुविधाए दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्ग दर्शन और सहयोग हमारी सरकार प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में निरतंर सुधार करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने त्वरित निर्णय लेते हुए प्रदेश में सर्वप्रथम नई शिक्षा नीति लागू करने का कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि एक ओर जहाँ. राज्य में पीएमश्री योजना के अंतर्गत 141 पीएमश्री विद्यालय बनाये गये हैं वहीं नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय का निर्माण भी किया जा रहा है इतना ही नहीं प्रदेश के 13 जनपदों के 500 विद्यालयों में वर्चुल्स क्लास रूम की व्यवस्था भी की गई है साथ क्वालिटी एजुकेशन सुनिश्चित करने के लिए सभी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों को अनिवार्य की गई हैं इसके अतरिक्त विद्यार्थियों को विज्ञान के नियमों और अवधारणाओं को समझाने के लिए राज्य के अंदर नया प्रयोग किया है सरलता से समझने के लिए हमने राज्य में लैब ऑन व्हील्स अर्थात मोबाइल साइंस लैब की शुरुआत भी की है, वहीं दूसरी ओर राज्य में कक्षा 01 से 12 तक के विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्य पुस्तक और कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को पाठ्य पुस्तकों के साथ ही जूता और बैग भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

राज्य में 20 मॉडल कॉलेज एवं 09 महाविद्यालय की स्थापना करने के साथ ही महिला छात्रावास एवं आईटी लैब सहित परीक्षा भावनाओं का निर्माण भी किया जा रहा है इसके साथ ही हम स्कूलों के लिए अध्यापकों एवं महाविद्यालयों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर आदि की नियुक्ति भी कर रहे हैं जिसमें बच्चों की पढ़ाई में किसी प्रकार का कोई विधान उत्पन्न ना हो शिक्षा के साथ-साथ खेलों पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं हमारी सरकार द्वारा जहां एक और प्रदेश में करोड़ों रुपए की लागत से स्टेडियम खेल सुविधाओं का निर्माण करवाया गया है वहीं 8 वर्ष की उम्र से ही प्रतिभावान खिलाड़ियों को छत्रपति देकर उन्हें निकालने की शुरुआती की गई है इसके साथ ही प्रदेश के आवासीय स्पोर्ट्स कॉलेज के खिलाड़ियों को निशुल्क प्रशिक्षण शिक्षा आवास भोजन व किट आदि भी प्रदान किया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं हमारी सरकार ने राष्ट्रीय स्तर की किसी भी प्रतियोगिता में मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की ऐतिहासिक शुरुआत भी की है हमारे इन सभी प्रयासों का परिणाम है कि अभी हाल में ही आयोजित हुए 38 वे राष्ट्रीय खेलों के भाव एवं सफल आयोजन में प्रदेश के खिलाड़ियों ने 100 से अधिक मेडल लाकर इतिहास रचने में सफलता प्राप्त की है। आज के इस अवसर पर मैं आप सभी बच्चों को यह आवाहन करना चाहूंगा कि आप खेलो को केवल मनोरंजन के लिए नहीं नहीं बल्कि अपना करियर बनाने के लिए एक मंतव्य के रूप में भी देखना प्रारंभ करें आप सभी मेहनती और प्रतिवान बच्चों के सपनों पर कोई नकल माफिया हावी ना हो इसके लिए हमारी सरकार ने उत्तराखंड में देश का सबसे बड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *