रोडवेज बसों की चेकिंग में लापरवाही और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

बरेली। रोडवेज बसों की चेकिंग में लापरवाही और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते परिवहन निगम बरेली रीजन के यातायात निरीक्षक (टीआई) राजेश शर्मा और सहायक यातायात निरीक्षक (एटीआई) कमलेश कुमार व भानु प्रताप को निलंबित कर दिया गया है।
यह कार्रवाई परिवहन निगम के मुख्यालय में दर्ज शिकायतों की जांच के बाद की गई।
शिकायत के बाद हुई जांच
परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार, तीनों अधिकारियों की ड्यूटी लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर थी। इस दौरान उन्होंने कई बसों की चेकिंग में लापरवाही बरती और नियमों का उल्लंघन किया। आरोप है कि –

कुछ बसों को बिना उचित जांच किए और रिपोर्ट में ‘ओके’ किए बिना रवाना कर दिया गया।
कुछ मामलों में परिचालकों से पैसे लेकर भी

उचित जांच किए और रिपोर्ट में ‘ओके’ किए बिना रवाना कर दिया गया।
कुछ मामलों में परिचालकों से पैसे लेकर भी ‘डब्ल्यूटी’ (बिना टिकट यात्रा) की कार्रवाई दर्ज की गई।

एक बस में बिना बुकिंग के लगेज भरा था, जिसे पैसे लेकर छोड़ दिया गया।
बाद में मुख्यालय की टीम ने इस बस को पकड़ा और परिचालक के खिलाफ कार्रवाई की गई।

मुख्यालय को मिली थी शिकायत
इस मामले की शिकायत रोडवेज के परिचालकों ने परिवहन निगम मुख्यालय, लखनऊ में दर्ज कराई थी। शिकायत पर परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक (एमडी) ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए जांच का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट में तीनों अधिकारियों को दोषी पाया गया।
आरएम बरेली ने की कार्रवाई
जांच रिपोर्ट के आधार पर क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) बरेली, दीपक चौधरी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। उन्होंने गुरुवार को आदेश जारी कर यातायात निरीक्षक राजेश शर्मा, सहायक यातायात निरीक्षक कमलेश कुमार और भानु प्रताप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
क्या कहते हैं अधिकारी
“तीनों अधिकारियों पर चेकिंग में लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके आधार पर उन्हें निलंबित किया गया है।”
— दीपक चौधरी, क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन निगम

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